शास्त्रन पढ़ि पंडित भए, कै मौलवी कुरान। जुए प्रेम जान्यों नहीं, कहा कियौ रसखान।। शास्त्रन पढ़ि पंडित भए, कै मौलवी कुरान। जुए प्रेम जान्यों नहीं, कहा कियौ रसखा...
आपरेशन थियेटर से निकलती हैं- इमर्जेंसी आपरेशन थियेटर से निकलती हैं- इमर्जेंसी
इस परदेशी का जी साफ नहीं इस परदेशी का जी साफ नहीं
अपने लिए हम ही तो हैं जग में ही सबसे ही खास। अपने लिए हम ही तो हैं जग में ही सबसे ही खास।
आओ,एक पथ के पथिक-से आओ,एक पथ के पथिक-से
पुष्प-पुष्प से तन्द्रालस लालसा खींच लूँगा मैं, अपने नवजीवन का अमृत सहर्ष सींच दूँगा मैं, पुष्प-पुष्प से तन्द्रालस लालसा खींच लूँगा मैं, अपने नवजीवन का अमृत सहर्ष सींच ...